छात्रसंघ या विद्यार्थी संघ (Student union) उस संगठन को कहते हैं जो कॉलेजों, विश्वविद्यालयों या उच्च पाठशालाओं में विद्यार्थियों द्वारा संचालित की जाती है। भारत की स्वतंत्रता पूर्व और स्वतंत्रता के बाद भारत में जितने भी परिवर्तनकारी सामाजिक आंदोलन हुए, उन सभी आंदोलनों में छात्रों की भूमिका बहुत अहम् रही है। छात्र शक्ति, समाज को सुधार , राष्ट्र निर्माण के लिए मूल घटकों में से एक है। इसलिए कहा जाता है की युवा देश के रीढ़ हैं, जिसके कंधे पर देश का भविष्य टिका होता है। स्वतंत्रता के पूर्व और स्वतंत्रता के बाद भारत में जितने भी परिवर्तनकारी सामाजिक आंदोलन हुए, उनमें विद्यार्थियों की भूमिका अहम रही है। महाविद्यालय में भी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यु.जी.सी.) के निर्देशानुसार हर वर्ष विद्यार्थी संघ का गठन किया जाता है।